रोहित
वेमुला की आत्महत्या और JNU में देश विरोधी नारे के बाद उठा विवाद, अकेला ऐसा नहीं है, जहां छात्र सरकारी या कॉलेज
प्रशासन के फैसलों से बेहद नाराज़ हैं.देश के अलग-अलग क्षेत्रों के छात्र केंद्र सरकार से नाराज चल रहे हैं। आइए जानते हैं इन छात्रों और उनकी नाराजगी के बारे में
रोहित
का समर्थन
दलित
स्कॉलर और सामाजिक कार्यकर्ता रोहित वेमुला की आत्महत्या के बाद से गुस्साए
अंबेडकर स्टूडेंट एसोसिएशन के सदस्य केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी और
विश्वविद्यालय के VC के इस्तीफे की मांद कर रहे
हैं. ये पूरा आंदोलन अब भाजपा बनाम सभी का रूप ले चुका है
FTII का आंदोलन
देश
के प्रतिष्ठित फिल्म और टेलीविज़न इंस्टिाट्यूट ऑफ इंडिया के छात्रों ने अपने नए
चेयरमैन गजेंद्र चौहान के खिलाफ जून 2015 से आंदोलन शुरू किया. उन्होंने केंद्र सरकार के
फैसले के खिलाफ 150 दिनों की हड़ताल की.
फिल्मकार आनंद पटवर्धन और दिबाकर बनर्जी ने छात्रों के समर्थन में अपना राष्ट्रीय
पुरस्कार वापस कर दिया
OCCUPYUGC
एक
तरफ छात्र जहां प्रोफेशनल कोर्स करके कॉरपोरेट और प्राइवेट नौकरी में अपना भविष्य
तलाश रहे हैं. वहीं आगे पढ़कर रिसर्च करने वाले छात्रों को मिलने वाली सरकारी
आर्थिक मदद पर UGC ने रोक लगा दी. नॉन नेट
रिसर्च स्टूडेंट्स की फेलोशिप बंद करने के इस फैसले के खिलाफ देश की तमाम
यूनिवर्सिटी सहित DU और JNU के छात्रों ने 21 अक्टूबर 2015 के दिन UGC हेड ऑफिस के सामने जाकर
प्रदर्शन किया
PINJRATOD आंदोलन
अक्टूबर 2015 में, जामिया मिल्लिफया
यूनिवर्सिटी ने लड़कियों की हॉस्टल में देर रात एंट्री पर रोक लगा दी थी. जामिया
प्रशासन के इस फैसले का खिलाफ देशभर से आए छात्र-छात्राओं ने विरोध किया. जामिया
प्रशासन के इस फैसले के विरोध में मौलाना आज़ाद नेशनल यूनिवर्सिटी, हैदराबाद और राम मनोहर
लोहिया लॉ यूनिवर्सिटी के छात्रों का समर्थन मिला..
हक
की आवाज़
बंगाल
की जाधवपुर यूनिवर्सिटी के कैंपस के अंदर एक छात्रा के साथ छेड़खानी की वारदात
हुई. इसके खिलाफ साथ छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया तो पुलिस और गुंडो ने उनके
साथ हाथापाई की. छात्रों का आरोप है कि शिकायत के बावजूद कॉलेज प्रशासन ने सुरक्षा
के कोई कदम नहीं उठाए. लगातार होने वाले प्रदर्शन और सोशल मीडिया में चलाए जा रहे
आंदोलन के दवाब में बीते साल यूनिवर्सिटी के VC को अपने पद से इस्तीफा देना
पड़ा
0 comments:
Post a Comment