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म्यांमार के लिए सोमवार एक ऐतिहासिक दिन रहा। आंग सान सू
की नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (एनएलडी) पार्टी के सांसदों के 
साथ संसद में बहुमत में बैठी। भले ही सू की पार्टी को बहुमत मिल गया हो। लेकिन अब भी म्यांमार के राष्ट्रपति पद पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। सू देश की राष्ट्रपति नहीं बन सकतीं। संवैधानिक प्रावधान सू के राष्ट्रपति बनने की राह में सबसे बड़ा रोड़ा है। सू पहले ही कह चुकी हैं कि वह देश के राष्ट्रपति पद से ऊपर रह कर शासन करेंगी। संविधान में बदलाव और राजनीति की मांग को देखते हुए पार्टी के दो उम्मीदवारों का नाम इन दिनों चर्चा में आ गया है। आइए देखते हैं कौन हो सकता है म्यांमार का अगला राष्ट्रपति।

दौड़ में शामिल



तिन मार आंग  

तिन मार आंग का संबंध राजनीतिक परिवार से है। साथ ही सू की काफी करीबी मानी जाती हैं तिन। इसके साथ ही तिन सू की पर्सनल अस्सिटेंट भी हैं। सू के अहम निर्णयों में तिन की हमेशा से अहम भूमिका रहती है। इसके साथ ही तिन संयुक्त राष्ट्र में डॉक्टर के तौर पर काम कर चुकी हैं। 

कारण

सूत्रों का कहना है कि सू एक महिला को राष्ट्रपति बनाना चाहती हैं। इसके साथ ही तिन को अंग्रेजी और राजनीतिक मामलों में भी अच्छी पकड़ है। सू के करीबी होने और इन सारी खूबियों के कारण उनको राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बताया जा रहा है। 


यू तिन ओ 

थाउरो यू तिन ओ अगले महीने 89 साल के होने जा रहे हैं। वह पार्टी के विश्वसनीय नेताओं में से एक हैं। साथ ही सेना के कमांडर इन चीफ के पद पर भी रह चुके हैं। इसके साथ ही यू रक्षा मंत्री का प्रभार भी संभाल चुके हैं। राजनीतिक विश्लेषक भी यू को राष्ट्रपति पद के लिए पहली पसंद मान रहे हैं। 

कारण

संविधान में राष्ट्रपति से जुड़े प्रावधान में बदलाव करने के लिए सू को सेना का साथ चाहिए। नई संसद में भी सेना के पास एक चौथाई सीटें रहेंगी। ऐसे में सेना से अच्छे संबंध बनाने के लिए पूर्व सैन्य कमांडर इन चीफ थाउरो यू तिन ओ का नाम भी कयासों में शामिल हो गया है। 

संविधान का प्रावधान है सू की राह का रोड़ा 

म्यांमार के संविधान के मुताबिक विदेश में पैदा हुए बच्चों के माता-पिता देश के सर्वोच्च पद पर काबिज नहीं हो सकते। दरअसल सू के दोनों बेटों के पास ब्रिटिश पासपोर्ट है और वह ब्रिटिश नागरिक हैं। ऐसे में संविधान संशोधन के बाद ही सू देश की राष्ट्रपति बन सकती हैं। हालांकि सू पहले ही राष्ट्रपति से ऊपर रहते हुए शासन करने का संकल्प जता चुकी हैं। 


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