हम लेकर रहेंगे आजादी, मनुवाद से, सामंतवाद से आजादी आजादी आजादी...
जेएनयू छात्र कन्हैया को इन नारों की वजह से जेल जाना पड़ा। बताया गया कि
ये सारे नारे देशद्रोही होने की निशानी है। पर अब इन्हीं नारों को रीमिक्स दे दिया
गया है। पांच दिनों में एक लाख से ज्यादा लोगों ने इस रीमिक्स को देख लिया है।
एक बार जरूर सुनें कन्हैया के नारों का रीमिक्स
मामला सिर्फ इतना ही नहीं है। रीमिक्स का सिलसिला यहीं नहीं रुका। खालिद
उमर के वापस लौटने के बाद जो स्पीच उसने दी अब उसको भी नया रूप मिल गया है।
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